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पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत: हरेला हमारी अमूल्य सांस्कृतिक विरासत और प्रकृति से आत्मसात होने का संदेश

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पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत: हरेला हमारी अमूल्य सांस्कृतिक विरासत और प्रकृति से आत्मसात होने का संदेश

रोशनी पाण्डेयप्रधान संपादक

 

रामनगर। उत्तराखंड का लोक पर्व हरेला मंगलवार को नगर व ग्रामीण क्षेत्र में धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस दौरान विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, राजनैतिक दलों, सरकारी विभागों ने सामूहिक रूप से सांस्कृतिक कार्यक्रम और पूजा अर्चना कर पर्व मनाया। स्कूलों, कॉलेजों में छात्र छात्राओं ने पौध रोपण कर पर्यावरण को साफ और सुरक्षित रखने का संकल्प लिया। कांग्रेस कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं ने हरेले के अवसर पर सूक्ष्म भोज का आयोजन किया। पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने सभी को हरेले की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश का लोकपर्व हरेला न केवल हमारी अमूल्य सांस्कृतिक विरासत है बल्कि यह प्रकृति के साथ आत्मसात होने का संदेश भी देता है।

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हर मनुष्य अपने जीवनकाल में लगभग 30 पेड़ो के बराबर ऑक्सीजन को ग्रहण करता है। इसलिए पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में 30 पेड़ अनिवार्य रूप से लगाने चाहिए। रावत ने आज लगाए गए पौधों को संरक्षण की अपील करते हुए कहा कि पौधारोपण के साथ ही हमें लगाए गए प्रत्येक पौधे के संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा। इस दौरान……

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