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स्वास्थ्य केंद्र, पॉली हाउस और मनरेगा कार्यों की सीडीओ ने ली समीक्षा।

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स्वास्थ्य केंद्र, पॉली हाउस और मनरेगा कार्यों की सीडीओ ने ली समीक्षा।

 

 

 

स्वास्थ्य, कृषि एवं मनरेगा योजनाओं की प्रगति की समीक्षा, अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

 

 

धारी/भीमताल, 28 मई।
मुख्य विकास अधिकारी ने आज विकासखंड धारी का भ्रमण करते हुए विभिन्न विभागीय योजनाओं एवं संस्थानों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने महिला समूहों द्वारा संचालित सीएलएफ “दिशा” का अवलोकन किया और आउटलेट में डिस्प्ले की गई सामग्रियों की पैकेजिंग को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।

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निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पदमपुरी का भी दौरा किया। उन्होंने रजिस्टरों में 23 मरीजों का पंजीकरण पाया, वहीं एक प्रसव केस को रेफर किए जाने की जानकारी मिली। इस पर उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक रेफर केस को नियमित रूप से डिस्प्ले बोर्ड पर अंकित किया जाए। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग को पिछले छह माह के रेफर केसों का विवरण मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए। अस्पताल में दो चिकित्सक और अन्य सहायक कर्मी उपस्थित पाए गए।

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इसके बाद उन्होंने ग्राम लदफोंड़ा में पॉली हाउस का निरीक्षण किया। ग्राम प्रधान ने बताया कि ₹50,000 की लागत से बने पॉली हाउसों से प्रतिवर्ष औसतन ₹2.5 लाख की आय हो रही है। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने डबल लेबल खेती को अपनाने के निर्देश दिए ताकि आमदनी में और अधिक वृद्धि हो सके।

 

 

 

 

निरीक्षण क्रम में चाय बोर्ड मटियाल का भी दौरा किया गया। विभागीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि मनरेगा के तहत गत वर्ष इस क्षेत्र में 22,000 किलोग्राम चाय पत्तियों का तुड़ान किया गया, जिससे 53 काश्तकारों को रोजगार मिला और कुल 2,290 मानव दिवसों का सृजन हुआ।

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इसके अलावा, लदफोंड़ा में स्वजल परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन शौचालय का निरीक्षण करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने समयबद्ध कार्य पूर्ण करने और निर्माण की गुणवत्ता के साथ स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।

 

 

 

निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी गोस्वामी, खंड विकास अधिकारी हर्षित गर्ग, सहायक खंड विकास अधिकारी उमाकांत पंत, एवं कृषि, उद्यान, स्वजल विभाग के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।