उत्तराखंड जरा हटके नैनीताल

कुमाऊं मंडल में ऐतिहासिक धरोहरों का डिजिटलीकरण शुरू, आयुक्त दीपक रावत की पहल रंग लाई।

Spread the love

कुमाऊं मंडल में ऐतिहासिक धरोहरों का डिजिटलीकरण शुरू, आयुक्त दीपक रावत की पहल रंग लाई।

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

हल्द्वानी, कुमाऊं मंडल में ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आयुक्त कुमाऊं एवं मा. मुख्यमंत्री सचिव दीपक रावत ने एक विशेष पहल की शुरुआत की है। इस पहल के तहत 1895 के ब्रिटिश कालीन नैनीताल नगर के मूल नक्शे को, जो दीमक के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था, डिजिटली पुनः तैयार कराया गया है

यह भी पढ़ें 👉  पंचायत चुनाव की मतगणना 31 जुलाई को, सभी तैयारियाँ पूरी।

इस कार्य को भोपाल स्थित DigiRam कंपनी द्वारा अंजाम दिया गया, जिसने इस ऐतिहासिक नक्शे की उच्च गुणवत्ता वाली डिजिटल प्रतिकृति तैयार की और उसे कैनवास पर मुद्रित कर संरक्षित किया। इस नक्शे की एक प्रति आयुक्त कार्यालय, नैनीताल में भी सुरक्षित रखी गई है।

आयुक्त रावत ने बताया कि यह पहल पूरे मंडल में मौजूद ऐतिहासिक अभिलेखों, नक्शों और दस्तावेजों के संरक्षण और डिजिटलीकरण की दिशा में एक व्यापक प्रयास की शुरुआत है। उन्होंने मंडल के सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने जिलों में ऐसे दस्तावेजों की पहचान कर, उन्हें डिजिटलीकृत या संरक्षित करने की योजना तैयार करें।

यह भी पढ़ें 👉  एसएसपी नैनीताल के निर्देश पर नशे के खिलाफ सख्त अभियान, ऑटो चालक गिरफ्तार

इस संबंध में उन्होंने संस्कृति सचिव से भी वार्ता की है ताकि राज्य स्तर पर भी इस प्रयास को गति मिल सके। उन्होंने कहा कि,

“ऐतिहासिक दस्तावेजों का संरक्षण न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने का कार्य है, बल्कि इससे शोध, शिक्षा और प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी महत्त्वपूर्ण लाभ मिलेंगे।”

यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों को स्थानीय इतिहास से जोड़ने और शैक्षणिक व प्रशासनिक उपयोग हेतु महत्वपूर्ण संसाधन उपलब्ध कराने की दिशा में एक सराहनीय पहल मानी जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री धामी ने खटीमा में किया पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय का उद्घाटन।