रोशनी पाण्डेय – प्रधान संपादक
दिनांक 01.04.2023 को प्रोजेक्ट टाईगर के 50वीं वर्षगाठ पूर्ण हो चुकी है जिसका उद्देश्य देश में बाघों का संरक्षण करना है। प्रोजेक्ट टाईगर जैसी महत्वकांक्षी योजना भारत में सर्वप्रथम उत्तराखण्ड राज्य के कार्बेट टाइगर रिजर्व में शुरू की गई थी। आज कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में जो भी बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है, वो प्रोजेक्ट टाईगर योजना की ही देन है। 1970 में केंद्र सरकार ने बाघ के शिकार पर प्रतिबंध लगाते हुए 1972 में वन्यजीव संरक्षण अधिनियम लागू कर दिया। इसके तहत बाघों के लिए एक विशेष योजना पर काम शुरू हुआ था तब देश में बाघों की कुल संख्या 1827 थी प्रोजेक्ट टाईगर योजना अर्गत वर्ष 2006 में गणना के फलस्वरूप बाघों की संख्या 160 हो गयी। उसके उपरान्त वर्ष 2010 में 186 एवं वर्ष 2014 की गणना के अनुसार कार्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या 215 तथा 2020 की गणना के अनुसार कार्बेट टाइगर रिजर्व अन्तर्गत बाघों की संख्या 252 हो चुकी है। यह कार्बेट टाइगर रिजर्व के लिए अच्छी उपलब्धि रही है। बाघों के संरक्षण के साथ ही चुनौती भी बढ़ी है।
50वीं वर्षगाठ के उपलक्ष में दिनांक 01.04.2023 को नगरपालिका सभागार, रामनगर में निम्न कार्यक्रम भी आयोजित की गयी जिसमें सर्वप्रथम कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक कार्यालय के मिंटिंग हॉल में निम्न विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें निम्न विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। जिसमें से चित्रकला जूनियर वर्ग प्रतियोगिता में मृदुल रजवार कक्षा5 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा प्रथम स्थान भव्या सती कक्षा 4 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा द्वितीय स्थान तथा हेमन्त सिंह अधिकारी कक्षा3 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार चित्रकला सीनियर वर्ग प्रतियोगिता भव्या रजवार कक्षा7 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा प्रथम स्थान, संस्कृति बिष्ट कक्षा 8 श्री गुरूनानक पब्लिक स्कूल द्वारा द्वितीय स्थान एवं मनीष डंगवाल कक्षा8 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकारक्विज जूनियर वर्ग प्रतियोगिता में हेमन्त सिंह अधिकारी कक्षा 3 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा प्रथम स्थान, परिधि रावत कक्षा 4 ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा द्वितीय स्थान तथा सुहान कक्षा 4th ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया।
क्विज सीनियर वर्ग प्रतियोगिता में संस्कृति कक्षा 8th श्री गुरूनानक पब्लिक स्कूल द्वारा प्रथम स्थान, अंशु यादवकक्षा 6th ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा द्वितीय स्थान तथा प्रख्या रावत कक्षा 6h ग्रेट मिशन पब्लिक स्कूल द्वारा तृतीय स्थान प्राप्त किया गया। जिनको निदेशक महोदय द्वारा नगरपालिका सभागार, रामनगर में सम्मानित किया गया। उसके उपरान्त G-20 delegates के कार्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी जोन में भ्रमण के दौरान सफलतापूर्वक संचालन उत्कृष्ठ कार्य हेतु निम्न अधिकारियों का सम्मानित किया गया है :-
1. दिगन्ध नायक उप निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, रामनगर ।
2. अमित कुमार ग्वासीकोटी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, का०टा०रि० ।
3. डॉ० शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी का०टा०रि० ।
4. डॉ० दुष्यन्त शर्मा, वरिष्ठ पशु चिकित्साधिकारी, का०टा०रि० ।
5. बिन्दर पाल, वन क्षेत्राधिकारी, बिजरानी / सर्पदुली. का०टा०रि० । 6. श्री संदीप गिरी, वन क्षेत्राधिकारी, ढेला, का०टा०रि० । 7. श्रीमती संचिता वर्मा, वन क्षेत्राधिकारी, झिरना, का०टा०रि० ।
9. श्री राजेन्द्र सिंह चकरायत वन क्षेत्राधिकारी, ढिकाला, का०टा०रि० ।
8. राकेश कुमार भट्ट, वन क्षेत्राधिकारी, कालागढ़, का०टा०रि० । 10. श्री संजय पाण्डे, वन क्षेत्राधिकारी, सुरक्षा इकाई, का०टा०रि० । 11. श्री निर्मल पाण्डे, वन क्षेत्राधिकारी, ईको टूरिज्म यूनिट, का०टा०रि० । 12. श्री ललित मोहन आर्या, वन क्षेत्राधिकारी, शोध एवं अनुश्रवण, का०टा०रि० । 13. श्री इन्द्र सिंह बिष्ट, वन क्षेत्राधिकारी, कालागढ़ वन्यजीव प्रशिक्षण केन्द्र, का०टा०रि० । उसके उपरान्त निदेशक महोदय, कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा मानव वन्यजीव संघर्ष के दौरान बाघ तथा अन्य वन्यजीवों द्वारा हमले में घायल दैनिक श्रमिकों को वन एवं वन्य जीव संरक्षण से संबंधित उत्कृष्ट सेवा हेतु सर्पदुली रेंज से श्री बॉबी चन्द, दैनिक श्रमिक, श्री हरिदत्त, दैनिक श्रमिक, श्री जयकिशन, दैनिक श्रमिक तथा बिजरानी रेंज से श्री नरेश पाण्डे, S. T. P. F. झिरना रेंज से श्री बिहारी सिंह, दैनिक श्रमिक, श्री मानक चन्द्र, दैनिक श्रमिक एवं कालागढ़ रेंज से श्री सुबेदार अली, दैनिक श्रमिक को सम्मानित किया गया तथा कार्बेट टाइगर रिजर्व के अर्न्तगत संचालित पर्यटन गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य करने पर स्थानीय नेचर गाईडों को सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त कार्बेट टाइगर रिजर्व के अर्न्तगत अवस्थित ई०डी०सी० ग्राम के विलेज वाल्यून्ट्री प्रोटेक्शन फोर्स के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया।