⚠️ जीएसटी विभाग की कार्यवाही पर विवाद – ट्रांसपोर्टर ने लगाया दबाव और रिश्वत का आरोप
रोशनी पांडे प्रधान संपादक
उधम सिंह नगर जीएसटी विभाग की एक कार्रवाई ने अब विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बीते 5 अक्टूबर 2025 को रुद्रपुर से पहुंची जीएसटी टीम ने हल्द्वानी के मंगल पड़ाव, गली नंबर–1 स्थित ट्रांसपोर्टर डिंपल पांडे के गोदाम पर छापेमारी की, जो अब विवादों में घिर गई है।
सूत्रों के अनुसार, डिप्टी कमिश्नर विनय ओझा के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई के दौरान टीम ने गोदाम में मौजूद समस्त माल की जांच की, लेकिन कोई अनियमितता नहीं पाई। इसके बावजूद टीम ने करीब पाँच घंटे तक गोदाम में रुककर वाहन समेत माल जब्त कर लिया और उसे गौलापार स्थित विभागीय कार्यालय में खड़ा करवा दिया।
—
💬 ट्रांसपोर्टर का आरोप – “रिलीज के नाम पर मांगा गया दीवाली गिफ्ट”
ट्रांसपोर्टर डिंपल पांडे ने बताया कि वाहन में दर्ज माल की मात्रा जांच के दौरान गलत दर्शाई गई और जब माल रिलीज कराने की बात हुई तो अप्रत्यक्ष रूप से “दीवाली गिफ्ट” की मांग की गई।
व्यापारिक समुदाय ने भी इस कार्रवाई को “व्यक्तिगत स्वार्थ और दबाव में की गई कार्यवाही” बताया है।
—
⚠️ तीन दिन में दो छापे, व्यापारी जगत में रोष
बताया जा रहा है कि तीन दिन के भीतर जीएसटी टीम द्वारा दो बार छापेमारी की गई, जिससे व्यापारियों में तीखी नाराजगी है।
व्यापारियों का कहना है कि जब उधम सिंह नगर में करोड़ों की टैक्स चोरी के मामले लंबित हैं, तब विभाग के वरिष्ठ अधिकारी द्वारा हल्द्वानी में जाकर कार्रवाई करना संदिग्ध प्रतीत होता है।
—
🧩 डिप्टी कमिश्नर पर पक्षपात के आरोप
प्राप्त सूत्रों के अनुसार, डिप्टी कमिश्नर विनय ओझा पर आरोप है कि वे राज्य कर आयुक्त सोनिका मीणा के करीबी हैं और इसी निकटता का लाभ उठाते हुए बाहरी क्षेत्रों में छापेमारी कर ट्रांसपोर्टरों पर दबाव बना रहे हैं।
—
⚖️ न्यायालय की शरण में ट्रांसपोर्टर
विवाद बढ़ने के बाद ट्रांसपोर्टर डिंपल पांडे ने न्याय की मांग करते हुए माननीय न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
पूरा मामला अब नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में चर्चा का प्रमुख विषय बन गया है।
