उत्तराखंड: कौशल विकास और रोजगार के नए युग का आगाज, मुख्यमंत्री धामी ने किया कॉन्क्लेव का उद्घाटन।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून। मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दून विश्वविद्यालय में आयोजित कौशल विकास एवं रोजगार कॉन्क्लेव में भाग लिया। इस अवसर पर उत्तराखंड सरकार और जनरेशन इंडिया के बीच एक ऐतिहासिक समझौता (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कॉन्क्लेव राज्य के युवाओं के कौशल विकास और रोजगार के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म देगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में उत्तराखंड की सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) को दोगुना करना है। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में राज्य की जीएसडीपी में 1.3 गुना वृद्धि हुई है। इसके साथ ही राज्य में बेरोजगारी दर में 4.4% की कमी आई है और प्रति व्यक्ति आय में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
मुख्यमंत्री की मुख्य घोषणाएँ:
- युवाओं के कौशल विकास पर विशेष जोर:
- “मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना” के तहत हजारों युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण।
- 13 आईटीआई में दीर्घकालिक और 20 अल्पकालिक पाठ्यक्रम शुरू।
- आईटीआई हरिद्वार और आईटीआई काशीपुर में “सेंटर ऑफ एक्सीलेंस” की स्थापना।
- अशोक लेलैंड के साथ समझौता, 1,000 युवाओं को हर साल इंटर्नशिप और रोजगार।
- विदेशी प्लेसमेंट नीति:
- युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए विदेशी भाषाओं और कौशलों का प्रशिक्षण।
- पहले चरण में 23 युवाओं को जापान भेजा गया; जर्मनी और ब्रिटेन के लिए 25 युवाओं को भेजने की योजना।
- प्रमुख क्षेत्रों में निवेश और विकास:
- आयुष, वेलनेस, पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण, डिजिटल मार्केटिंग और अक्षय ऊर्जा पर विशेष फोकस।
- औद्योगिक संस्थानों की मांग के अनुसार “डिमांड बेस्ड स्किल ट्रेनिंग”।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया अभियान से प्रेरणा लेते हुए राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सतत विकास लक्ष्यों में उत्तराखंड अव्वल
मुख्यमंत्री ने बताया कि नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्यों (SDG) की रैंकिंग में उत्तराखंड ने पहला स्थान हासिल किया है। उन्होंने भरोसा जताया कि कौशल विकास और रोजगार सृजन के ये प्रयास युवाओं को “फ्यूचर-रेडी” बनाएंगे और राज्य को आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में ले जाएंगे।
इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।