वन्य जीव संरक्षण को लेकर रामनगर में विशेष गोष्ठी, लोगों से की जागरूकता की अपील।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
रामनगर।
1 से 7 अक्टूबर तक देशभर में मनाए जा रहे वन्य प्राणी सप्ताह के तहत रामनगर में एक विशेष गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य था — जंगलों और वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना।
यह गोष्ठी वन विभाग, बार एसोसिएशन और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई। कार्यक्रम में वन विभाग के अधिकारियों और अधिवक्ताओं ने भाग लेकर जंगलों की सुरक्षा और वन्य जीव संरक्षण के विषय पर अपने विचार साझा किए।
वक्ताओं ने कहा कि प्रकृति और इंसान का रिश्ता एक-दूसरे पर निर्भर है। यदि जंगल बचे रहेंगे तो ही जीवन संभव होगा। उन्होंने कहा कि वन्य जीव केवल जंगल की शोभा नहीं, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन की रीढ़ हैं, इसलिए इनका संरक्षण प्रत्येक नागरिक का दायित्व है।
गोष्ठी के दौरान उपस्थित अधिवक्ताओं और वनकर्मियों ने लोगों से अपील की कि वे जंगलों में होने वाले अवैध शिकार, लकड़ी की तस्करी और आगजनी जैसी घटनाओं की जानकारी तुरंत वन विभाग को दें ताकि वन्य जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वन्य प्राणी सप्ताह केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक संकल्प है —
“जंगल बचाओ, जीवन बचाओ।”
इस अवसर पर बार एसोसिएशन अध्यक्ष लालती मोहन तिवारी ने कहा कि वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कानूनी और सामाजिक दोनों स्तरों पर लोगों को जागरूक होना जरूरी है।
वहीं एडीओ वन विभाग संदीप गिरी ने कहा कि इस सप्ताह के माध्यम से विभाग का उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग को वन संरक्षण अभियान से जोड़ना है।
कार्यक्रम में अनेक अधिवक्ता, वनकर्मी और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
