रुड़की उत्तराखंड जरा हटके

“डिजिटल सुरक्षा में अग्रणी: इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियरिंग (इंडिया), रुड़की की साइबर सुरक्षा एवं एथिकल हैकिंग कार्यशाला”

Spread the love

“डिजिटल सुरक्षा में अग्रणी: इंस्टीट्यूशन ऑफ़ इंजीनियरिंग (इंडिया), रुड़की की साइबर सुरक्षा एवं एथिकल हैकिंग कार्यशाला”

 

उधम सिंह राठौर –  प्रधान संपादक

 

दि इंस्टीट्यूशन आफ इंजीनियर (इंडिया ) रुड़की लोकल सेंटर रूड़की द्वारा आज दिनांक 21 फरवरी को साइबर सुरक्षा एवं एथिकल हैकिंग विषय पर क्षेत्रीय भाषा( हिंदी) में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रोफ़ेसर कमल जैन द्वारा इस संस्थान द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया एवं समस्त अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि स्वप्न किशोर सिंह पुलिस अधीक्षक ग्रामीण हरिद्वार द्वारा अपने व्याख्यान में बताया गया कि कभी भी अपने पासवर्ड, ओटीपी, पिन आदि दूसरों से साझा नही करें। अज्ञात स्रोतों से प्राप्त लिंग को कभी भी ना खोलें अनजान व्यक्ति की वीडियो कॉल कभी भी ना उठाएं।

 

 

सोशल मीडिया पर अपरिचित व्यक्तियों की मित्रता अनुरोध स्वीकार न करें। साइबर धोखाधड़ी का शिकार होने पर 1930 पर शिकायत अवश्य दर्ज करें। साथ ही नेशनल साइबर क्राईम रिर्पोटिंग पोर्टल पर जाकर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कभी चुप ना बैठे रिपोर्ट अवश्य करें। राष्ट्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी प्रौद्योगिकी संस्थान हरिद्वार से के विशेषज्ञ के श्री रजत सिंह द्वारा साइबर क्राइम एवं एथिकल हैकिंग पर व्याख्यान दिया गया उनके द्वारा बताया गया की कभी भी पासवर्ड छोटे ना रखें। पासवर्ड कम से कम 12 डिजिट के बनाए बहुत ही आकर्षक व सस्ती दरों पर वस्तु उपलब्ध होने के प्रलोभन तथा लालच का शिकार ना हो। यूपीआई से पेमेंट केवल सामने ही करें, किसी के द्वारा भेजे गए कोड पर ना करें अथवा अपने विश्वास लोगों को ही, जिन्हें आप जानते हो उन्हें ही यूपीआई से पेमेंट कर सकते है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने पूर्व में की गई घोषणा के तहत जन मिलन केन्द्र की स्थापना हेतु 10 लाख 53 हजार धनराशि की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है।

 

 

पतंजलि के स्वामी बजरंग देव द्वारा अपने विशेषज्ञ व्याख्यान में कहा गया कि गूगल व ऑनलाइन वेबसाइट पर अंध विश्वास ना करें। किसी को धन ऑनलाइन भेजते समय दो से तीन बार अवश्य चेक कर लें। जिसे धन भेज रहे हैं, उसकी लोकेशन मांगे साथ ही उसे वीडियो कॉल पर बात भी करें। सोशल साइट्स पर मिलने वाले पेज एवं संपर्क को बिना पुष्टि के भुगतान नही करें। पतंजलि वेबसाइट के फ्रॉड से बचने के लिए पतंजलि वैलनेस हेल्पलाइन 8954 666 111 एवं सामान्य पूछताछ हेल्पलाइन 8954 555 999 से फोन पर पुष्टी उपरांत करें उसके बाद ही भुगतान करें। यदि किसी के द्वारा अतिरिक्त छूट एवं प्रलोभन दिया जा रहा है तो भुगतान की जल्दी बाजी ना करें बल्कि बैंक में जाकर खाते में भौतिक रूप से पैसा जमा करें।

यह भी पढ़ें 👉  कुमाऊं विश्वविद्यालय का 19वां दीक्षांत समारोह: मेधावियों का सम्मान

 

 

 

भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा रुड़की के प्रबंधक श्री अवतार सिंह कंडारी द्वारा बताया गया की बैंक में दर्ज मोबाइल नंबर एवं ईमेल आईडी को सोशल प्लेटफॉर्म पर साझा नही करें। उनके द्वारा टोल फ्री नंबर भी बताया गया 1800 1111 109, 944 911 2211, 080 26 5 99 9 90 एवं ईमेल spam@sbi.co.in पर शिकायत करें। इस कार्यक्रम में इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजिनियर्स इंडिया के कार्यकारी सदस्य, सीबीआई के फैकल्टी स्टाफ एनआईएच के साइंटिस्ट वैज्ञानिक एवं स्टाफ, कोर विश्वविद्यालय, हरिद्वार विश्वविद्यालय, कन्हैयालाल पॉलिटेक्निक रुड़की, फोनिक्स एवं आर सीसीपी कॉलेज के लगभग 200 छात्र एवं संकाय सदस्य उपस्थित रहे।

यह भी पढ़ें 👉  CCTV फुटेज से हुआ खुलासा: काठगोदाम में आगजनी का आरोपी गिरफ्तार

 

 

is इस अवसर पर एच0दी0एफ0सी0 बैंक के प्रबंधक राजीव कुमार एवम प्रोफेसर नवनीत अरोरा आई0आई0टी0 रुड़की द्वारा भी साइबर धमकियों के निवारण पर अपने अनुभव साझा किया। अंत में कार्यक्रम संयोजक इंजीनियर अखिलेश वर्मा द्वारा फ्रॉड भुगतान से संबंधित केस हिस्ट्री से छात्र/छात्राओं व अन्य सभी ऑडियंस का धन्यवाद अर्पित किया गया।