मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को दिये यह निर्देश।
रोशनी पांडे प्रधान संपादक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह ने शुक्रवार को आईटी पार्क स्थित उत्तराखंड राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुँचकर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही बारिश की जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारियों से बारिश की स्थिति, सड़कों, पेयजल, विद्युत आपूर्ति एवं अन्य जानकारियां ली।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि अतिवृष्टि और भूस्खलन से संबंधित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा जाए। अतिवृष्टि के दृष्टिगत श्रद्धालुओं एवं यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की व्यवस्था के साथ ही भोजन और बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी अधिकारियों को हर पल अलर्ट मोड में रखा जाए।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से जल भराव की स्थिति की जानकारी ली और जल निकासी की बेहतर व्यवस्था के निर्देश दिए। नदियों के जल स्तर बढ़ने की स्थिति में नदी किनारे और अन्य संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को भी जागरूक करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने सचिव आपदा प्रबंधन श्री विनोद कुमार सुमन को निर्देश दिये कि हर जिले में भारी बारिश की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखें। जिलों के साथ बेहतर समन्वय बनाकर काम करें, ताकि किसी भी आपातकाल स्थिति से तत्काल निपटा जा सके। राज्य के तमाम संवेदनशील क्षेत्रों, अत्यधिक बारिश और आपदाग्रस्त वाले इलाकों को लेकर भी विशेष नज़र बनाए रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा को लेकर किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल कार्यवाही की जाये। साथ ही रिस्पांस टाईम कम से कम रखने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि बारिश के कारण जो सम्पर्क मार्ग अवरुद्ध हुए हैं उन्हें जल्द आवागमन के लिए सुचारू किया जाए ।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबंधन श्री विनोद कुमार सुमन, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशासन आनंद स्वरूप, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रियान्वयन डीआईजी राजकुमार नेगी, संयुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी मो0 ओबैदुल्लाह अंसारी, यूएलएमएमसी के निदेशक श्री शांतनु सरकार, यूएसडीएमए के विशेषज्ञ श्री डीडी डालाकोटी, मनीष भगत, डॉ. पूजा राणा, रोहित कुमार, डॉ. वेदिका पंत, तंद्रीला सरकार, जेसिका टेरोन आदि मौजूद थे।