“कार्यालय से ज्यादा ग्राउंड जीरो पर रहकर काम करना जरूरी : मुख्यमंत्री धामी”
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, 18 अगस्त।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार देर रात राजपुर रोड स्थित एक होटल में समाचार चैनल चढ़ दी कला द्वारा आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में प्रतिभाग किया और युवाओं से सीधा संवाद करते हुए विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार रखे।
सीएम धामी ने कहा कि किसी भी संकट या आपदा के समय मात्र कार्यालय से निर्देश जारी करना पर्याप्त नहीं होता। धराली आपदा हो या सिल्क्यारा सुरंग हादसा, उन्होंने खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों में कैंप कर सीधी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए थे।
यूसीसी है सामाजिक महत्व का कदम
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक महत्व का विषय है। उन्होंने इसे ऐतिहासिक पहल बताते हुए कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और संविधान सभा के सदस्यों को यही सच्ची श्रद्धांजलि है। धामी ने कहा कि अब उत्तराखंड में सभी धर्मों की महिलाओं के लिए समान अधिकार सुनिश्चित हुए हैं। यह किसी धर्म या पंथ के खिलाफ नहीं, बल्कि समाज में समानता और कुप्रथाओं को समाप्त करने का प्रयास है।
देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून
सीएम ने बताया कि उत्तराखंड ने पूरे देश में सबसे सख्त नकल विरोधी कानून लागू किया है। इससे प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता आई है। गत चार वर्षों में 25,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है और राज्य के युवाओं में नया आत्मविश्वास पैदा हुआ है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आज हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। धामी ने कहा कि उत्तराखंड का विकास यहां के नागरिकों, समाज और सभी क्षेत्रों के सामूहिक विकास से ही संभव है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, मेयर सौरभ थपलियाल, अपर सचिव बंशीधर तिवारी समेत अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे

