ग्राहकों से ली गई रिश्वत के आरोप में शाखा प्रबंधक गिरफ्तार, चार हजार रुपये भी किये बरामद
रोशनी पांडेय – प्रधान संपादक
भैंस खरीदने को लिए गया लोन पास कराने को तीन ग्राहकों से ली थी रिश्वत, बचे थे चार हजार रुपये तीन लोगों का तीन लाख रुपये का लोन पास करने के लिए शाखा प्रबंधक का 29 हजार रुपये रिश्वत लेकर भी पेट नहीं भरा। इसके बाद बचे हुए चार हजार रुपये लेने को भी दबाव बनाने लगा। ग्राहक जब तंग आ गए तो उन्होंने विजिलेंस को शिकायत कर दी। विजिलेंस ने जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक को चार हजार रुपये रिश्वत के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को आज (शनिवार) कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि मामला जिला सहकारी बैंक की मगरूबपुर (झगरेड़ा, हरिद्वार) शाखा का है। शिकायतकर्ता अमन निवासी पीतपुर, लक्सर ने डायल 1064 पर फोन कर शिकायत की थी। अमन की पत्नी प्रियंका देवी, उसके चचेरे भाई मोनू कुमार और पड़ोसी राहुल कुमार ने दीनदयाल योजना के तहत भैंस खरीदने को एक-एक लाख रुपये के लोन के लिए बैंक में आवेदन किया था। इन तीनों आवेदन की पैरवी अमन ही कर रहा था। अमन ने शाखा प्रबंधक संदीप कुमार से संपर्क किया।
संदीप कुमार ने कहा कि वह लोन तो पास कर देगा लेकिन प्रत्येक लोन से उसे 11-11 हजार रुपये कुल 33 हजार रुपये रिश्वत चाहिए। सारी औपचारिकताएं पूरी हो गईं और गत 19 सितंबर को शाखा प्रबंधक संदीप कुमार ने एक-एक लाख रुपये तीनों के खातों में बतौर लोन जमा कर दिए। अमन कुमार ने भी इन खातों से कुल 29 हजार रुपये निकालकर रिश्वत के रूप में प्रबंधक संदीप कुमार को दे दिए। मगर, प्रबंधक बचे हुए चार हजार रुपये के लिए भी उन पर दबाव डालने लगा। गत 20 सितंबर को मोनू अपनी पत्नी के खाते से 50 हजार रुपये निकालने पहुंचा तो प्रबंधक ने अपने चार हजार रुपये की याद दिलाई मगर, अब अमन और रिश्वत नहीं देना चाहता था। विजिलेंस ने इस शिकायत पर ट्रैप की तैयारी कर ली। अमन शुक्रवार को विजिलेंस की टीम के साथ प्रबंधक संदीप कुमार से मिलने पहुंचा और यह चार हजार रुपये उसके हाथ में दे दिए।
पीछे से पहुंची विजिलेंस की टीम ने संदीप कुमार को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी संदीप कुमार मूल रूप से झबरेड़ा क्षेत्र के ग्राम सडौली का रहने वाला है। देर रात तक उसके घर पर भी छापा मारा गया है। विजिलेंस की टीम वहां भी तलाशी ले रही है