यूजेवीएनएल बोर्ड बैठक में कई परियोजनाओं को विस्तार, सर्वे और पुनर्निर्माण की मंजूरी।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, 12 जून।
उत्तराखण्ड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) की 126वीं बोर्ड बैठक बुधवार को सचिवालय सभागार में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता मुख्य सचिव आनंद बर्धन ने की। बैठक में वर्ष 2025-26 के लिए निगम की प्राथमिकताओं, उत्पादन लक्ष्यों, बजट तथा विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में 5212 मिलियन यूनिट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया। यह लक्ष्य निगम के पावर हाउसों की संचालक क्षमता के आधार पर तय किया गया है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान निगम के कार्य निष्पादन (KPI – Key Performance Indicators) की समीक्षा की गई और आगामी वर्ष के लिए लक्ष्य तय किए गए।
प्रमुख निर्णय:
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सिरकारी-भयोल-रूपसिया बगड़ परियोजना के सिविल पैकेज को हाइड्रो पैकेज के साथ शामिल करने का अनुमोदन किया गया।
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उत्तराखण्ड विद्युत नियामक आयोग (UERC) में रिव्यू पिटीशन दाखिल करने की स्वीकृति प्रदान की गई।
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मद्महेश्वर परियोजना की निर्माण अवधि को विस्तार दिया गया।
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वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट को स्वीकृति दी गई।
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मनेरी भाली परियोजना के अंतर्गत रिमोट ऑपरेटेड व्हीकल (ROV) से सर्वेक्षण कराने को मंजूरी मिली।
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100 करोड़ से अधिक की निविदाओं के लिए 20 से 100 करोड़ वाले निविदा प्रपत्र उपयोग करने की स्वीकृति दी गई।
मानव संसाधन से संबंधित निर्णय:
बैठक में निगम के उन कर्मचारियों को, जो 30 जून या 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, शासन के निर्देशानुसार नेशनल इंक्रीमेंट का लाभ देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही शासन द्वारा जारी पदोन्नति नियमावली में शिथिलीकरण के प्रावधान को भी अंगीकृत किया गया।
उपस्थित सदस्य:
बैठक में इंडिपेंडेंट निदेशक इंदु कुमार पांडेय, पराग गुप्ता, सी एम वासुदेव, प्रमुख सचिव ऊर्जा आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव वित्त दिलीप जावलकर, अपर सचिव ऊर्जा रंजना राजगुरु तथा यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक संदीप सिंघल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं बोर्ड सदस्य उपस्थित रहे।