उत्तराखंड क्राइम नैनीताल

नैनीताल बस हादसा: सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, घायलों को 2.5 लाख देने की घोषणा

Spread the love

नैनीताल बस हादसा: सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख, घायलों को 2.5 लाख देने की घोषणा

रोशनी पांडे  – प्रधान संपादक

नैनीताल, उत्तराखंड: बुधवार, 25 दिसंबर को नैनीताल जिले के भीमताल क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 25 लोग घायल हो गए। यह हादसा तब हुआ जब उत्तराखंड रोडवेज की बस पिथौरागढ़ से हल्द्वानी जा रही थी और ओखल के पास खाई में गिर गई।

मुआवजे की घोषणा

उत्तराखंड सरकार ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है:

  • मृतकों के परिजनों को: ₹10 लाख (मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से ₹3 लाख, उत्तराखंड परिवहन निगम से ₹5 लाख, और सड़क सुरक्षा राहत कोष से ₹2 लाख)।
  • गंभीर रूप से घायलों को: ₹3 लाख (परिवहन निगम से ₹2.5 लाख और सड़क सुरक्षा राहत कोष से ₹50 हजार)।
  • सामान्य रूप से घायलों को: ₹15-25 हजार (परिवहन निगम और सड़क सुरक्षा राहत कोष से)।
यह भी पढ़ें 👉  ड्रग फ्री देवभूमि 2025" के तहत पुलिस की कार्रवाई: अवैध शराब और नशे के कारोबार पर शिकंजा

हादसे का विवरण

घटना दोपहर करीब 1:30 बजे की है। बस में कुल 29 यात्री सवार थे, जब यह भीमताल के पास गहरी खाई में गिर गई। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। इस हादसे में चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 21 यात्री घायल हुए। इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  वनाग्नि रोकथाम: जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में पूर्व तैयारी बैठक आयोजित

 

मुख्यमंत्री ने व्यक्त किया शोक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “हम इस दुःख की घड़ी में मृतकों के परिजनों और घायलों के साथ हैं। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।” उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और घटना की जांच के आदेश दिए।

यह भी पढ़ें 👉  भीमताल के पास हुई सड़क दुर्घटना में नैनीताल पुलिस व राहत बचाव दल का रेस्क्यू अभियान जारी, अब तक 24 घायल यात्रियों का किया सकुशल रेस्क्यू*

सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल

यह हादसा उत्तराखंड की सड़कों की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है। प्रशासन ने कहा है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा।

घटनास्थल पर राहत कार्य

रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। पुलिस और परिवहन विभाग ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।

यह हादसा उत्तराखंड में सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीरता और सावधानी बरतने की आवश्यकता की ओर इशारा करता है