उत्तराखंड क्राइम रामनगर

गश्त के दौरान गश्तीदल को झिरना रेंज में एक नर बाघ मृत अवस्था में मिला, जिसको कार्बेट टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की मौजूदगी में  बाघ का शव विच्छेदन किया।

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गश्त के दौरान गश्तीदल को झिरना रेंज में एक नर बाघ मृत अवस्था में मिला, जिसको कार्बेट टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की मौजूदगी में  बाघ का शव विच्छेदन किया।

 

रोशनी पाण्डेय – प्रधान संपादक

 

दिनांक 19.06.2024 को कार्बेट टाइगर रिजर्व के अन्तर्गत झिरना रेंज में झिरना बीट (कोठिरो) क०सं० 09 में गश्त के दौरान गश्तीदल को एक नर बाघ मृत अवस्था में पाया गया। जिसके उपरान्त गश्तीदल द्वारा तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया।

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जिसकी उम्र लगभग 10-12 वर्ष है, मृत नर बाघ का शव विच्छेदन आज दि०-20.06.2024 को झिरना रेंज में निम्नानुसार पशुचिकित्साधिकारियों यथा 1-डॉ० हिमांशु पांगती, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, चिडियाघर, नैनीताल, 2-डॉ० तरूण गर्ग, वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी, रेस्क्यू सेन्टर रानीबाग का पैनल गठित कर कार्यवाही की गयी।

 

 

 

 

 

जिसके उपरान्त वरिष्ठ पशुचिकित्साधिकारी पैनल द्वारा अवगत कराया गया कि प्रथम दृष्टया उक्त नर बाघ की मृत्यु प्राकृति रूप से Old age होने के कारण हुई है। बाघ के अंगो के सैम्पल को परीक्षण हेतु आई०वी०आर०आई० इज्जतनगर, बरेली भेजा गया है।

 

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इस दौरान मौके पर दिगन्थ नायक, उप निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व, डॉ० शालिनी जोशी, उप प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ, नन्दकिशोर रूवाली, वन क्षेत्राधिकारी, झिरना कुन्दन सिंह खाती, सेवानिवृत्त उप प्रभागीय वनाधिकारी तथा एन०टी०सी०ए० द्वारा नामित सदस्य, ए०जी० अन्सारी, मोहान, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखण्ड देहरादन द्वारा नामित, कृतिका भावे, प्रतिनिधि, डब्लू०डब्लू०एफ०, खेमानन्द, प्रतिनिधि द कार्बेट फाउण्डेशन, मनोज सती, प्रतिनिधि द कार्बेट फाउण्डेशन, स्नेहा बड़कोटी, वन दरोगा, दीपक कुमार, वन आरक्षी, झिरना रेंज, कु० प्रेरणा शर्मा, वन आरक्षी, झिरना रेंज, कु० पिंकी, वन आरक्षी, झिरना रेंज, दयाल सिंह, वन आरक्षी झिरना रेंज व अन्य कर्मचारी की उपस्थिति में शव का मौका पंचनामा तैयार कर उपस्थित अधिकारियों / कर्मचारियों के समक्ष शव को एन०टी०सी०ए० के मानकों के अनुसार समस्त अंगों सहित जलाकर नष्ट कर दिया गया।