विधिक सेवा दिवस पर जागरूकता शिविर आयोजित, कानूनी अधिकारों के प्रति नागरिकों में जागरूकता बढ़ी।
रोशनी पांडे – प्रधान संपादक
नैनीताल, 11 नवंबर 2024: माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण नैनीताल के दिशा-निर्देशानुसार और माननीय जिला न्यायाधीश महोदय, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुबीर कुमार के मार्गदर्शन में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती बीनू गुलयानी द्वारा राजेंद्र प्रसाद लॉ इंस्टीट्यूट, कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल में विधिक सेवा दिवस के उपलक्ष्य में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में सचिव श्रीमती बीनू गुलयानी ने बताया कि राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस का उद्देश्य समाज के सभी नागरिकों को न्याय की प्रक्रिया के बारे में जागरूक करना और उन्हें कानूनी सहायता प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस दिवस की शुरुआत 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समाज के कमजोर और जरूरतमंद वर्गों को विधिक सहायता देने के लिए की गई थी।
जागरूकता शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के विभिन्न कार्यक्रमों जैसे कि निशुल्क विधिक सहायता, लीगल एड क्लिनिक, स्थाई लोक अदालत, मासिक लोक अदालत, राष्ट्रीय लोक अदालत और नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 पर जानकारी दी गई। इसके अलावा हेल्पलाइन पोर्टल के माध्यम से भी नागरिकों को विधिक सहायता प्राप्त करने के तरीके बताए गए।
विधिक सेवा दिवस के अवसर पर राजेंद्र प्रसाद लॉ इंस्टीट्यूट में पेंटिंग/पोस्टर और निबंध प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में अर्चना शर्मा ने प्रथम, प्रतिभा ने द्वितीय और कुणाल बेदी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं, निबंध प्रतियोगिता में चेस्ठा शाह ने प्रथम, यामिनी कांडपाल ने द्वितीय और तीसरे स्थान पर अन्य छात्रों को पुरस्कार मिले। इन छात्रों को सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।
इस आयोजन के माध्यम से कानूनी अधिकारों और सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ विधिक सेवाओं का लाभ लेने के तरीके भी समझाए गए, जो नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।