उत्तराखंड उधम सिंह नगर क्राइम

“काशीपुर: पुलिस ने किया दो सगी बहनों के हत्याकांड का खुलासा, पिता साबित हुआ हत्यारा!

Spread the love

“काशीपुर: पुलिस ने किया दो सगी बहनों के हत्याकांड का खुलासा, पिता साबित हुआ हत्यारा!

रोशनी पांडे प्रधान संपादक

 

काशीपुर। बीती 25 नवंबर को काशीपुर में दो सगी बहनों के हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है जिसमे दोनो बहनों की मौत के पीछे बाप का चेहरा सामने आया है । जिस को गिरफ्तार किए जाने के बाद काशीपुर कोतवाली परिसर में जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजूनाथ टीसी ने मीडिया के सामने खुलासा करते हुए बताया कि तंत्र मंत्र के नाम पर सगे बाप ने ही अपनी दोनो बेटियों को ठिकाने लगाया है।

यह भी पढ़ें 👉  मुखानी में हुई सनसनीखेज योग ट्रैनर हत्याकाण्ड का एसएसपी नैनीताल ने किया खुलासा, आरोपी गिरफ्तार

 

 

 आपको बताते चलें कि जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर स्थित खालिक कॉलोनी में बीती 25 नवंबर को दो सगी बहनों के शव मिलने से हड़कंप मच गया था जहां सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में कर आसपास जानकारी जुटाने के बाद मृतक बहनों के पिता अली हसन को हिरासत में लिया था जिन से दो दिन गहन पूछताछ के बाद जो कहानी पुलिस के सामने आई उसे आज मीडिया के सामने रखते हुए एसएसपी उधम सिंह नगर ने बताया कि अली हसन जिसकी 19 साला फरीन और 11 साल की यासमीन कुछ समय से अजीब हरकतें करती थी जिस पर अली हसन जो की तंत्र मंत्र में ज्यादा विश्वास रखता था और अक्सर घर और घर के बाहर भी इसी प्रकार की क्रियाओं में लीन रहता था ने अपनी दोनों बेटियों पर किसी चुड़ैल अथवा हवाई असर को मानते हुए उन पर तंत्र-मंत्र की क्रिया करने लगा इसके बाद भी दोनो में जब सुधार नजर नहीं आया तो अली हसन ने दोनों बेटियों को यातनाएं देना शुरू कर उनका खानपान बंद कर दिया जिसके चलते उसकी दोनों बेटियां अपनी जान से हाथ दो बैठी।

यह भी पढ़ें 👉  आपदा प्रभावित परिवारों को 72 घंटे में अनुग्रह राशि उपलब्ध कराएं – मुख्यमंत्री धामी

 

 

फिलहाल काशीपुर कोतवाली प्रभारी मनोज रतूड़ी के नेतृत्व में बांस फोड़ान चौकी प्रभारी सुनील सूतेडी और उनकी पुलिस टीम ने इस उलझी गुत्थी को सुलझाते हुए हत्याकांड से पर्दा उठा दिया है जिसपर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने पुलिस की पीठ थपथपाई है।

यह भी पढ़ें 👉  श्रमिक कल्याण में बड़ा कदम: मुख्यमंत्री धामी ने 8,299 आवेदनों पर 24.85 करोड़ की राशि की डीबीटी से हस्तांतरण किया