अहमदाबाद विमान हादसा: विश्वास कुमार की आंखों देखी रूह कंपा देने वाली कहानी।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
अहमदाबाद। सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास हुए दर्दनाक विमान हादसे में जहां 241 लोगों की मौत हो गई, वहीं एकमात्र जीवित बचे यात्री विश्वास कुमार की आपबीती रोंगटे खड़े कर देने वाली है। जिला अस्पताल में भर्ती विश्वास कुमार ने हादसे के क्षणों को याद करते हुए बताया कि कैसे वे मौत के मुंह से लौटे।
विश्वास कुमार बोले – “आंखों के सामने लोग जिंदा जल गए”
विश्वास कुमार ने बताया, “जब विमान क्रैश हुआ, तब जोर की टक्कर हुई। मेरे पास वाला डोर टूटकर खुल गया। वहीं से मुझे लगा कि मैं निकल सकता हूं। दूसरी तरफ का हिस्सा एक इमारत से टकरा गया था। वहां कोई बच नहीं पाया। मेरे सामने लोग जिंदा जल रहे थे। आग की लपटें मेरी ओर भी आईं, मेरा हाथ जल गया। लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी। कूदकर दूर भागा और रोड़ तक पहुंचा, जहां लोगों को बताया। फिर एंबुलेंस आई और मुझे अस्पताल लाया गया।”
पीएम मोदी ने जाना हालचाल
घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास कुमार से बातचीत कर उनका हाल जाना और अस्पताल प्रशासन को समुचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
38 साल पहले 4 साल की बच्ची की बची थी जान
ऐसा ही चमत्कार आज से 38 साल पहले भी हुआ था। 4 साल की बच्ची ने भी मौत के मुंह से अपनी जिंदगी छीनी थी। 16 अगस्त 1987 को अमेरिका में एक प्लेन क्रैश हुआ था। उस समय नॉर्थवेस्ट एयरलाइंस फ्लाइट 255 डेट्रॉइट मेट्रोपोलिटन एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद ही हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में कुल 154 लोगों की मौत हो गई। मगर, इस भीषण त्रासदी में एक 4 साल की बच्ची चमत्कारिक रूप से जिंदा बच गई। सेसिलिया सिचन अपनी सीट से बंधी हुई हालत में मलबे में जीवित पाई गई। तब इसे चमत्कार बताया गया था।