रोशनी पाण्डेय – प्रधान सम्पादक
कोल्ड स्टोरेज में शुक्रवार को बॉयलर फट गया। जिससे गैस रिसाव हो गया और पूरी छत उड़ गई। हादसे में सात लोगों की मौत हो गई, जबकि 15 से ज्यादा मजदूर घायल हो गए हैं। साथियों के शव देखे तो मजदूरों की रूह कांप उठी। शीतगृह में हुए हादसे के बाद सुरक्षित निकले ज्यादातर मजदूरों ने जब अपनी दास्तां सुनाई तो हर कोई दंग रह गया। मजदूरों ने बताया कि ऐसे हालात में जब खुद को जिंदा देखा तो आसानी से यकीन तक नहीं हुआ। हादसे के समय कोई दाल बना रहा था तो कोई बर्तन धो रहा था। इन मजदूरों के चेहरे पर दहशत के साथ जिंदा रहने की खुशी भी चेहरे पर नजर आई।
सुरक्षित निकले मजदूर यशपाल ने बताया कि टीन शेड में नौ लोग थे। मैं दाल बनाने की तैयारी कर रहा था। हादसे के वक्त दरवाजे के पास खड़ा था, तभी धमाके के साथ मलबा गिरा। वह दब गया। मौत सामने थी। कुछ नहीं दिखाई दिया। किसी तरह मलबे को हटाते हुए निकला। अमोनिया गैस का रिसाव हो रहा था। उसकी दुर्गंध फैली थी। मलबे से निकला तो दम घुटने लगा। वह किसी तरह जान बचाकर बाहर निकला।
हादसे के बाद जब सूचना पूर्व विधायक चंद्रवीर सिंह को मिली तो उनकी हालत बिगड़ गई। बताया गया कि घटना के समय पूर्व विधायक पास में एक शादी समारोह में थे, वहां से वह मौके पर पहुंचे और घायलों को निकलवाया। घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। हादसे को देखकर पूर्व विधायक की हालत खराब हो गई। उन्हें पहले मेरठ और फिर दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे के बाद पहले कुछ घायलों को दौराला सीएचसी केंद्र पर भेजा गया था, लेकिन वहां से उन्हें फिर एसडीएस ग्लोबल मोदीपुरम भेज दिया गया। दौराला सीएचसी प्रभारी डाॅ. सचिन भी टीम के साथ पहुंचे और घायलों को भिजवाने में मदद करते रहे। उनकी टीम पुलिस प्रशासन की मदद में थी और घायलों को पहुंचाना और व्यवस्था कराने में जुटी हुई थी। रात आठ बजे भाजपा नेता पंडित सुनील भराला ने भी घटना की जानकारी ली।