खो-खो प्रतियोगिता में सात टीमों की टक्कर, रामनगर ने दिखाया उत्कृष्ट प्रदर्शन
रोशनी पांडे – प्रधान संपादक
महाविद्यालय रामनगर ने जीती खो-खो महिला प्रतियोगिता
कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल की अन्तर महाविद्यालयी खो-खो प्रतियोगिता लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दूचौड़ में आयोजित की गई। प्रतियोगिता का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ मुख्य अतिथि क्षेत्रीय विधायक डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, विशिष्ट अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल, अति विशिष्ट अतिथि अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी और क्रीड़ा अधिकारी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम गौलापार सुरेश चन्द्र पाण्डे, विश्वविद्यालय क्रीड़ा अधिकारी डॉ. नागेन्द्र शर्मा, प्रभारी प्राचार्य डॉ. ललित मोहन पाण्डे और क्रीड़ा अधिकारी डॉ. राजकुमार सिंह द्वारा किया गया। खो-खो प्रतियोगिता में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रुद्रपुर, एम.बी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी, आई.पी. राजकीय स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय हल्द्वानी, चंद्रावती तिवारी महाविद्यालय काशीपुर, डी. एस. बी. परिसर नैनीताल और लाल बहादुर शास्त्री राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्दूचौड़ की कुल सात टीमों ने प्रतिभाग किया। उद्घाटन मैच में नैनीताल ने रुद्रपुर को पराजित किया,
दूसरे मैच में हल्द्वानी ने चंद्रावती तिवारी काशीपुर को हराया, तीसरे मैच में महिला हल्द्वानी ने हल्दूचौड़ की टीम को हराया, दो सेटों के पहले सेमी फाइनल में रामनगर ने नैनीताल को एक पारी 8 अंकों से हराकर फाइनल में प्रवेश किया, वहीं दूसरे सेमीफाइनल में एमबीपीजी हल्द्वानी ने महिला हल्द्वानी को दो सेटों के ट्राई मैच में तीसरे सैट में हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल मुकाबला राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर और एमबीपीजी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी के बीच खेला गया जिसमें रामनगर ने हल्द्वानी को एक पारी 10 प्वाइंट से हराकर विजेता बनी। कुमाऊं विश्वविद्यालय के क्रीड़ा अधिकारी डॉ. नागेन्द्र शर्मा ने विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी, मैडल और प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया। इस अवसर विश्वविद्यालय मैच रेफरी राजेंद्र नेगी, मनमोहन सिंह बसेड़ा, रजनी कला, कंचन चौहान, महाविद्यालय क्रीड़ा अधिकारी डॉ. राजकुमार सिंह, डॉ. संजय कांडपाल, डॉ. मनोज कुमार जोशी, डॉ. मंजु जोशी, डॉ. गीता तिवारी पाण्डे और टीमों के कोच, मैनेजर एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे।