कार्बेट टाइगर रिजर्व : सेवा पखवाड़ा में रक्तदान और 21 करोड़ की सौगात
रोशनी पांडे प्रधान संपादक
सेवा पखवाडा (17 सितम्बर, 2025 02 अक्टूबर, 2025 तक) के अन्तर्गत रक्तदान शिविर का आयोजन
देशभर में 17 सितम्बर, 2025 02 अक्टूबर, 2025 तक सेवा पखवाड़ा मनाया जा रहा है. इसी क्रम में आज दिनांक 18.09.2025 को कार्बेट टाइगर रिजर्व तथा के०वी०आर० हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वाधान में रामनगर वन विश्राम भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभांरम्भ श्री दीवान सिंह बिष्ट, मा० विधायक रामनगर विधानसभा क्षेत्र तथा डॉ० साकेत बडोला, निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व द्वारा किया गया। इस रक्तदान शिविर में लगभग 70 से अधिक रक्तदाताओं ने स्वेच्छा से रक्तदान कर समाज के प्रति स्वयं की जिम्मेदारी का परिचय दिया। मा० विधायक श्री दीवान सिंह बिष्ट जी ने कहा कि रक्तदान एक महादान है और इससे अनेक जीवन बचाये जा सकते है, उन्होंने इस प्रकार के शिविरों को नियमित रूप से आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ० साकेत बडोला, कार्बेट टाइगर रिजर्व ने सभी रक्तदाताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वन विभाग न केवल वन्यजीव संरक्षण में अग्रणी है बल्कि समाज सेवा के कार्यों में भी सदैव तत्पर रहता है। के०वी०आर० हास्पिटल की टीम ने सभी रक्तदाताओं को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
माननीय वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी द्वारा कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत स्थापित 48 ईको विकास समितियों (EDCs) को 21 करोड़ 14 लाख 50 हजार की राशि के चेक वितरित किए गये।
यह उल्लेखनीय है कि टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन फॉर सी०टी०आर० का गठन इसी उद्देश्य से किया गया है कि अनुमोदित संरक्षण योजनाओं के अनुसार बाघ एवं जैव-विविधता के संरक्षण हेतु हो रहे प्रयासों को और अधिक मजबूत किया जा सके। फाउंडेशन के मुख्य उद्देश्य बाघ एवं जैव विविधता संरक्षण, प्राकृतिक संसाधन एवं समुदाय सहयोग, वन्यजीव प्रबंधन एवं बचाय, कर्मचारियों का कल्याण एवं क्षमता विकास हैं।
टाइगर कंजरवेशन फाउण्डेशन फॉर सी०टी०आर० के अनुमोदित स्वीकृत कार्य योजना (वर्ष 2024-25) में निर्दिष्ट है कि कार्य योजना के आकार का न्यूनतम 10 प्रतिशत अनिवार्य रूप से स्थानीय समुदायों से सम्बन्धित गतिविधियों पर व्यय किया जायेगा। ईको विकास समितियों से सम्बन्धित व्यय ईको विकास समितियों के बैंक खातों के माध्यम से ही किया जायेगा। इसी क्रम में यह राशि ईको विकास समितियों को प्रदान की जा रही है।
उपरोक्त के क्रम में माननीय वन मंत्री श्री सुबोध उनियाल जी (अध्यक्ष, शासी निकाय, टाइगर कंजरवेशन फाउण्डेशन फॉर सी०टी०आर०) द्वारा ₹1 करोड़ 14 लाख 50 हजार की धनराशि का चैक डॉ० साकेत बडोला, निदेशक, कार्बेट टाइगर रिजर्व को सौपा गया है। यह राशि समितियों में उनके अंतर्गत आने वाले गाँवों की जनसंख्या एवं क्षेत्रफल के आधार पर वितरित की गयी।
साथ ही, ईको विकास समितियों को रोजगार के नए अवसर देने के लिए बेकरी यूनिट स्थापना एवं बी-हाइव फेंसिंग की व्यवस्था की गयी है ताकि खेतों में वन्यजीवों से होने वाले नुकसान को कम किया जा सके और शहद उत्पादन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देकर समितियाँ अपनी आय में वृद्धि कर सकें। इसके अतिरिक्त आमडण्डा ई०डी०सी० में रोजगार सृजन के उद्देश्य से कपडे के बैग बनाने का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है जिसमें ग्राम की महिलाओं द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त आजीविका संवर्द्धन के उद्देश्य से समय-समय पर विभिन्न ई०डी०सी० ग्रामों में हस्त शिल्प, ऐपण एवं अगरबत्ती बनाने के प्रशिक्षण प्रदान किये गये हैं। इस प्रकार निर्मित उत्पादों को धनगढी स्थित नेचर शॉप के माध्यम से विक्रय किया जाता है।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में ‘बाघ रक्षक दल गठित करने की योजना भी बनाई जा रही है। इनमें स्थानीय समुदाय के योग्य व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा और आवश्यकता पड़ने पर इन्हीं को फायर वॉचर अथवा अन्य कार्यों में प्राथमिकता दी जाएगी।
इन प्रयासों से न केवल जैव-विविधता संरक्षण के उद्देश्य पूरे होंगे बल्कि स्थानीय समुदायों की आजीविका, सहभागिता और संरक्षण के प्रत्ति संवेदनशीलता भी बढ़ेगी।
