कालाढूंगी उत्तराखंड क्राइम

कालाढूंगी नेचर गाइड भर्ती में धांधली का आरोप: रामनगर के युवाओं को समान अवसर न मिलने पर उठे सवाल।

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कालाढूंगी नेचर गाइड भर्ती में धांधली का आरोप: रामनगर के युवाओं को समान अवसर न मिलने पर उठे सवाल।

 

रोशनी पांडे  – प्रधान संपादक

 

कालाढूंगी नेचर गाइड भर्ती प्रक्रिया को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। स्थानीय युवाओं ने भर्ती प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप लगाते हुए इसे गैर-निष्पक्ष करार दिया है। युवाओं का कहना है कि इस भर्ती में कालाढूंगी तहसील के स्थायी निवास प्रमाण पत्र को प्राथमिकता दी गई, जबकि रामनगर तहसील के उम्मीदवारों को समान अवसर नहीं दिए गए।

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इससे पहले सीतावनी पर्यटन जौन की भर्ती प्रक्रिया में रामनगर तहसील को कोई प्राथमिकता नहीं दी गई थी। जबकि, सीतावनी और कालाढूंगी दोनों ही क्षेत्र रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत आते हैं। युवाओं का सवाल है कि जब दोनों क्षेत्र एक ही वन प्रभाग के अधीन हैं, तो भर्ती प्रक्रिया में अलग-अलग मानदंड क्यों अपनाए गए?

 

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ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि भर्ती प्रक्रिया में भेदभाव से रामनगर तहसील के सटे हुए गांवों के युवाओं का नुकसान हुआ है। इससे ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है।

 

 

 

ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों और युवाओं ने वन विभाग से अपील की है कि भर्ती प्रक्रिया में दोनों तहसीलों को समान प्राथमिकता दी जाए। उनका कहना है कि समान अवसर मिलने से सभी उम्मीदवारों को रोजगार का लाभ मिल सकेगा और विभाग के प्रति असंतोष समाप्त होगा।

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कार्यवाही की चेतावनी
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस मुद्दे का समाधान नहीं हुआ तो वे उच्च अधिकारियों और न्यायालय की शरण लेने को मजबूर होंगे।

 

इस मामले में वन विभाग की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन, ग्रामीणों की बढ़ती नाराजगी से प्रशासन के लिए यह मामला चुनौती बनता जा रहा है।