मुख्य सचिव ने दिए संकेत: अब जिला अस्पतालों में ही होंगे महत्वपूर्ण उपचार।
उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक
देहरादून, 2 जुलाई 2025। मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन ने सोमवार को सचिवालय से प्रदेशभर के जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला एवं उपजिला अस्पतालों की स्थिति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने सरकारी अस्पतालों की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताते हुए रेफरल सिस्टम पर नाराजगी जाहिर की।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जो सुविधाएं जिला या उपजिला अस्पतालों में उपलब्ध हैं, उनका उपचार वहीं किया जाए। सिर्फ गंभीर और आवश्यक मामलों में ही मरीजों को हायर सेंटर रेफर किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का सही और स्थानीय स्तर पर उपयोग सुनिश्चित किया जाए।
जिला अस्पतालों की क्षमताएं हों मजबूत
मुख्य सचिव ने सभी जिला अस्पतालों में सामान्य एवं महत्वपूर्ण जांच सेवाएं अनिवार्य रूप से शुरू कराने, माइक्रोबायोलॉजिस्ट की तैनाती तथा जांच सुविधाओं के मजबूतीकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यूरिन कल्चर जैसी जांचें भी अब सरकारी अस्पतालों में ही हों।
उन्होंने स्पष्ट किया कि आउटसोर्स एजेंसियों से सिर्फ वही जांचें कराई जाएं जो अस्पताल में संभव नहीं हैं। इसके लिए अस्पतालों की क्षमता बढ़ाने और संसाधनों को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए।
एम्बुलेंस बेड़े में होगा बदलाव
बैठक में पुरानी हो चुकी 108 एम्बुलेंस और विभागीय वाहनों को तत्काल बदले जाने के निर्देश भी जारी किए गए। उन्होंने कहा कि सभी वाहनों का विश्लेषण कर पुराने और खराब वाहनों को हटाया जाए और नई एम्बुलेंस सेवा शीघ्र शुरू की जाए।
पर्वतीय क्षेत्रों के लिए IVF व ट्रॉमा सेंटर
मुख्य सचिव ने पर्वतीय क्षेत्रों के लिए कुमायूं और गढ़वाल मंडलों में एक-एक IVF फैसिलिटी और ट्रॉमा सेंटर स्थापित करने के निर्देश भी स्वास्थ्य सचिव को दिए। उन्होंने कहा कि ये महत्वपूर्ण सुविधाएं शीघ्र शुरू की जाएं ताकि स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिल सके।
विस्तृत रिपोर्ट तलब
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग से प्रदेश के सभी जिला एवं उपजिला अस्पतालों में चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, सुविधाओं एवं उपकरणों की उपलब्धता पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।
बैठक में सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने जिला व उपजिला अस्पतालों की वर्तमान स्थिति और उपलब्ध संसाधनों की विस्तृत जानकारी दी।
उपस्थित अधिकारी
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, एल. फैनयी, आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगौली, नितेश कुमार झा, श्रीमती राधिका झा, सचिन कुर्वे, दिलीप जावलकर, डॉ. बी.वी.आर.सी. पुरुषोत्तम, रविनाथ रमन, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, चंद्रेश कुमार यादव, विनोद कुमार सुमन, कुमाऊं आयुक्त दीपक कुमार, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पाण्डेय समेत प्रदेश के सभी जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में उपस्थित रहे।