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मुख्यमंत्री धामी का निर्देश – कैंचीधाम यात्रा हो सुरक्षित, सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के अनुकूल।

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मुख्यमंत्री धामी का निर्देश – कैंचीधाम यात्रा हो सुरक्षित, सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के अनुकूल।

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

देहरादून/नैनीताल, 12 जून।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंची धाम मेले में हर वर्ष बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए समुचित और स्थायी प्रबंधन के लिए उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की। गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तात्कालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाएं तैयार की जाएं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान मेले के संचालन को बेहतर बनाने के लिए तात्कालिक उपाय अपनाए जाएं, जबकि भविष्य की जरूरतों को देखते हुए दीर्घकालिक रणनीति बनाई जाए। उन्होंने भवाली पेट्रोल पंप से सेनेटोरियम तक लगभग तीन किलोमीटर मार्ग पर चल रहे कटिंग कार्य को युद्धस्तर पर पूरा करने के निर्देश भी दिए, जिससे यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके

जिलाधिकारी नैनीताल श्रीमती वंदना सिंह ने बताया कि विगत वर्षों की तुलना में कैंची धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। जहां पहले हर साल औसतन 8 लाख श्रद्धालु पहुंचते थे, वहीं बीते वर्ष यह आंकड़ा 24 लाख तक पहुंच गया। इस वर्ष मेले के दौरान 2.5 से 3 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

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उन्होंने कहा कि मंदिर की धारण क्षमता सीमित है, जबकि मेले में इससे कई गुना अधिक श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिससे भीड़ नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन की आवश्यकता और अधिक बढ़ जाती है। भविष्य में यात्रा को सुरक्षित, सुव्यवस्थित और नियंत्रित बनाने के लिए श्रद्धालुओं के लिए पूर्व पंजीकरण व्यवस्था और प्रतिदिन की अधिकतम संख्या तय करने का भी सुझाव दिया गया।

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बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगौली, विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल (वर्चुअल माध्यम से), और एसएसपी नैनीताल पी.एस. मीना भी उपस्थित रहे।