नैनीताल पुलिस की सतर्कता: भुवन पोखरिया के झूठ का भंडाफोड़, सीसीटीवी और गवाहों के बयानों ने खोली सच्चाई।
*भुवन पोखरिया पर हुए जानलेवा हमले के मामले में आया नया मोड़*
*स्वयं की सुरक्षा लेने हेतु रची झूठी कहानी*
*नैनीताल पुलिस ने न्यायालय से कार्यवाही की भेजी रिपोर्ट*
रोशनी पांडे – प्रधान संपादक
नैनीताल पुलिस ने चोरगलिया निवासी सामाजिक कार्यकर्ता भुवन पोखरिया के झूठे हमले के दावे का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस की गहन जांच में पाया गया कि भुवन पोखरिया द्वारा 15 दिसंबर को दर्ज कराया गया जानलेवा हमले का मामला पूरी तरह से मनगढ़ंत था।
क्या है मामला?
भुवन पोखरिया ने चोरगलिया थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उन पर एक वाहन चालक ने जानलेवा हमला किया। शिकायत में उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की थी।
जांच में क्या सामने आया?
- सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन: घटनास्थल और आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज की जांच में ऐसी किसी घटना के प्रमाण नहीं मिले।
- गवाहों के बयान: पुलिस ने वाहन चालक और अन्य संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की। बयानों में भारी विरोधाभास पाया गया।
- स्थानीय निवासियों के बयान: घटनास्थल के आसपास के लोगों ने भी किसी हमले की घटना से इनकार किया।
पुलिस का निष्कर्ष
जांच अधिकारी बलबीर राणा की रिपोर्ट के अनुसार, भुवन पोखरिया ने अपनी सुरक्षा पाने के लिए यह झूठी कहानी रची थी। पुलिस ने विवेचना पूरी कर रिपोर्ट न्यायालय में पेश कर दी है और कार्यवाही के लिए पत्र प्रेषित किया है।
पुलिस का संदेश
नैनीताल पुलिस ने स्पष्ट किया कि झूठे मामले दर्ज कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना पुलिस की सतर्कता और निष्पक्ष जांच का उदाहरण है।
झूठे मामलों से बचें, कानून का दुरुपयोग न करें।