उत्तराखंड क्राइम रामनगर

रामनगर वन क्षेत्र में बाघ की मौत, आपसी संघर्ष बना वजह।

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रामनगर वन क्षेत्र में बाघ की मौत, आपसी संघर्ष बना वजह।

 

उधम सिंह राठौर – प्रधान संपादक

 

 

 

रामनगर, 29 मई 2025।
बन्नाखेड़ा रेंज के अंतर्गत बैलपौखड़ा बीट के प्लॉट संख्या 13A में आज प्रातः करीब 9:00 बजे नियमित गश्त के दौरान एक वयस्क नर बाघ का शव एक कच्चे जलस्रोत में पाया गया। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और क्षेत्र को घेर लिया गया।

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प्रारंभिक जांच में बाघ के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं तथा शरीर पर संघर्ष के निशान देखे गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बाघ की मृत्यु आपसी क्षेत्रीय संघर्ष के कारण हुई प्रतीत होती है। घटनास्थल पर किसी प्रकार की शिकारी गतिविधि या बाहरी हस्तक्षेप के प्रमाण नहीं मिले हैं, जिससे अवैध शिकार की आशंका खारिज कर दी गई है।

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बाघ के शव का पोस्टमार्टम वन चिकित्सकों डॉ. हिमांशु पांगती और डॉ. राहुल सती की देखरेख में किया गया। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) प्रकाश चंद्र आर्य, संबंधित उप प्रभागीय अधिकारी (SDO), रेंज अधिकारी, मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के प्रतिनिधि ए.जी. अंसारी तथा द कॉर्बेट फाउंडेशन के प्रतिनिधि इदरीस हुसैन भी उपस्थित रहे।

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वन विभाग द्वारा पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जांच की जा रही है। बाघ की मृत्यु से वन्यजीव प्रेमियों में चिंता व्याप्त है, वहीं विभागीय सतर्कता से मामला समय रहते उजागर हो गया।