सात दिनों बाद मिला किशोर का शव, जेब में मोबाइल फोन लेकर भी पुलिस की लापरवाही पर सवाल”
रोशनी पांडे – प्रधान संपादक
गोरखपुर जिले में पिपराइच के बसंतपुर गांव से 18 नवंबर को राजू के लापता होने पर पुलिस ने अपहरण का केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन उसके आगे एक कदम नहीं बढ़ाया। जबकि, राजू का मोबाइल फोन उसकी जेब से ही मिला है।
अगर, उसका मोबाइल बंद भी किया गया होगा तो आखिरी लोकेशन तो आया ही होगा। पुलिस की इसी लापरवाही से नाराज परिजनों का गुस्सा शव मिलने के बाद फूट पड़ा और चार घंटे तक रास्ता जाम कर प्रदर्शन किया।उनकी मांग है कि आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए, थानेदार और विवेचक पर विभागीय कार्रवाई के साथ ही केस दर्ज किया जाए, एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा दिया जाए। बाद में पुलिस के आश्वासन पर भीड़ ने प्रार्थनापत्र दिया और फिर जाम खत्म हुआ।
जानकारी के मुताबिक, राजू के घर से शव मिलने वाली जगह के बीच की दूरी महज एक किलोमीटर है और थाने की दूरी तीन किलोमीटर। लेकिन, पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद मामले को हल्के में लिया। जबकि, पहले दिन से ही केस दर्ज कराने के बाद राजू की मां माधुरी अनहोनी की आशंका जता रही थीं और पुलिस को मोबाइल नंबर भी दे दी थीं। पुलिस एक-एक दिन टालती रही और राजू की हत्या कर फेंकी गई लाश मिली।