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पी.एन.जी. महाविद्यालय में वाणिज्य परिषद का गठन: विद्यार्थियों ने जताया विश्वास

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पी.एन.जी. महाविद्यालय में वाणिज्य परिषद का गठन: विद्यार्थियों ने जताया विश्वास

रोशनी पांडे  – प्रधान संपादक

वाणिज्य संकाय में वाणिज्य परिषद का गठन
पी.एन.जी. राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर (नैनीताल) में आज दिनांक 7 अक्टूबर 2024 को वाणिज्य परिषद का विधिवत गठन किया गया। परिषद गठन से पूर्व वाणिज्य विभाग के प्रभारी डॉ. दीपक खाती ने परिषद गठन संबंधी संपूर्ण प्रक्रिया से विद्यार्थियों को अवगत कराया और एकता की शक्ति के संबंध में विस्तार पूर्वक समझाया। परिषद गठन के लिए वाणिज्य के 160 विद्यार्थियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वाणिज्य परिषद में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सचिव पद पर एक-एक प्रत्याशी ने नामांकन कराया और उनका निर्विरोध निर्वाचन हुआ। उपसचिव एवं कोषाध्यक्ष पद पर दो-दो प्रत्याशियों ने नामांकन कराया।

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उप सचिव एवं कोषाध्यक्ष पद पर मतदान करने के उपरांत अंतिम परिणाम निम्नवत घोषित किया गयाः अध्यक्ष पद पर M.Com तृतीय सेमेस्टर से  लोकेश गोस्वामी, उपाध्यक्ष पद पर एमकॉम प्रथम सेमेस्टर से  मानस मित्तल, सचिव पद पर बीकॉम पंचम सेमेस्टर से  लोकेश बिष्ट, उपसचिव पद पर बीकॉम तृतीय सेमेस्टर से  शुभम रावत एवं कोषाध्यक्ष पद पर बीकॉम प्रथम सेमेस्टर से  शिवराज सिंह भाकुनी मनोनीत किए गए। परिषद के समस्त सदस्यों को परिषदीय चुनाव प्रभारी डॉ. ममता भदोला जोशी द्वारा शपथ दिलाई गई। परिषद गठन के तुरंत पश्चात चयनित प्रत्याशियों की एक बैठक महाविद्यालय के वाणिज्य विभाग में आहूत की गई, जिसमें वाणिज्य परिषद के तत्वाधान में आगामी तिथियों पर करवाए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं पर चर्चा की गई। वाणिज्य परिषद के गठन पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. एम.सी. पांडे ने सभी चयनित प्रत्याशियों को शुभकामनाएं दी और उनसे विभाग एवं महाविद्यालय के विकास में साथ मिलकर कार्य करने को कहा।

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वाणिज्य विभाग के प्रभारी डॉ. दीपक खाती ने परिषदीय सदस्यों से अपील की, की वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों से जुड़ी समस्याओं को संकलित कर, प्राध्यापकों को अवगत कराएं और उनके निराकरण के लिए किये जा सकने वाले संभव प्रयासों से भी अवगत कराये। डॉ. विजय कुमार ने परिषदीय सदस्यों से कहा कि अधिक से अधिक संख्या में विद्यार्थियों को कक्षा में उपस्थित होने के लिए प्रेरित किया जाए, जिससे उनका चहुमुखी विकास हो सके। डॉ. भानु प्रताप दुर्गापाल ने समस्त परिषदीय सदस्यों से संकाय के विकास हेतु सहयोग प्रदान करते रहने की अपील की।

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