उधम सिंह राठौर – प्रधान सम्पादक
देश की राजधानी दिल्ली से एक ऐसी खबर सामने आई है जो एक बार फिर इस बात पर भरोसा दिलाता है कि जिसकी रक्षा खुद भगवान करें उसे कुछ नहीं हो सकता। ऐसा ही एक मामला है डेढ़ साल के बच्चे का, जिसका इलाज वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल में हुआ और उसकी जान बचना किसी चमत्कार से कम था।
ये खबर है एक डेढ़ साल के बच्चे की जो साबुन के पानी से भरे वाशिंग मशीन में गिर गया और लगभग 15 मिनट तक वहां पड़ा रहा। इसके बाद वह सात दिन कोमा और वेंटिलेटर में रहा, फिर 12 दिन वार्ड में रहने के बाद अब वह घर जा चुका है। अब बच्चा सही तरह से व्यवहार कर रहा है और ठीक से चल भी पा रहा है।
बच्चे का इलाज करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि जब उसे लाया गया तो वह बेहोश था, ठंडा पड़ चुका था और सांस लेने में भी तकलीफ थी। यही नहीं उसका शरीर नीला पड़ गया था, दिल की धड़कने धीमी थीं और कोई बीपी या पल्स नहीं थी।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हिमांशी जोशी ने बताया कि जब बच्चे को अस्पताल लाया गया तो वह बहुत बुरी हालत में था। साबुन के पानी की वजह से उसके कई अंग काम करना बंद कर चुके थे और कई बुरी तरह से काम कर रहे थे।